क्या ? आप जानते है की खेती का व्यवसाय अन्य व्यवसाय से बेहतर क्यों है , क्युकी यह व्यवसाय बारमासी है | और इसके अलावा महेनत और मुनाफा के साथ साथ कमाई भी ज्यादा मिलता है | फिर भी आप औसध की खेती करेंगे तो मालामाल होना निचित है | अब इस खेत में एलोवेरा को ही ले ले , जिसकी मांग आज देश-विदेश में हर जगह ज्यादा तर देखि जा रही है |
स्थानीय रूप से Elovera (एलोवेरा) को “कुवारपाठु” के नाम से भी जाना जाता है , जो आम तोर पर गांव या शहरों के घर में पाया जाता है | क्युकी ये पौधा अवसध के रूप में खूब उपयोगी है , इस लिए बाजार में इनकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है | और अगर आप खेती करते है और लाखो रुपये कामना चाहते हो तो आप एलोवेरा की खेती करे |
औषधीय जड़ी-बूटी (Aloe Vera) Elovera (एलोवेरा)
एलोवेरा की खेती इन दिनों भारत में काफी लोक प्रिय हो गई है , और किशन भी इनका पौधा लगाना पसंद करता है | क्योकि इनके पत्ते में बड़ी मात्रा में जेल (लिक्विड) होता है , और उनमेसे आयुर्वेदिक दवा , कॉस्मेटिक प्रोडक्ट , जूस , फेस वॉस , सूखे पावडर , शेम्पू और कही अन्य चीजों को बनाने के लिए किया जाता है | इसी लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी अच्छी मांग है , जिससे किसान विदेशी मुद्रा भी कमा शक्ते है |
Aloe Vera (एलोवेरा) की खेती
एलोविरा की खेती में कोई विशेष खर्च नहीं लगता , ये साधारण खेत , सूखे खेत और रेताल प्रदेशो में भी उगाया जा शक्ता है | इसके लिए भेज वाली खेत की कोई जरूरत नहीं है , और इसे कोई विशेष सिंचाई की भी जरूरत होती नहीं है | लेकिन इसे उस जगह उगाया जाता है जहा पानी स्थिर न रेहता हो , एलोविरा की खेती दौरान आप जंतुनाशक दवा का भी उपयोग कर सकते है | और इनकी देख रेख के लिए भी किसी की जरूरत नहीं होती , क्युकी इसे कोई जानवर या प्राणी खा नहीं शक्ता है | इस लिए इसमें भी काम खर्च लगता है |
Aloe Vera (Elovera) रोपण के लिए सूचना
एलोवेरा का रोप खेत में अक्टूबर – नवम्बर में लगाया जाता है , हलाकि किसान चाहे तो साल भर में किसी भी समय लगा शक्ते है | रोप लगते समय पौधे की दूर 2 फिट होनी चाहिए , इसे एक बार लगाने के बाद इसे साल में दो बात काटा जा शक्ता है | हलाकि इनके पाक के समय मर्यादा थोड़ी लम्बी है लेकिन ये एलोवेरा काफी मुनाफा कमाकर देता है |