फ़ुटबाल खिलाड़ि की ऐतिहासिक कहानी | Internal Motivation Story

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Football Motivation Story

एक लड़का फुटबॉल खेल की प्रेक्टिस मैच में प्रेक्टिस करने रोज आता था , जब वह प्रेक्टिस करने आता था तो उसके पिताजी मैदान के किनारे बैठकर उसका इंतजार करते थे |

लेकिन असल खेल शुरू होने से पहले लड़का 4 दिन तक मैच में प्रेक्टिस करने नहीं आया | जबकि क्वाटर फाइनल , सेमि फ़ाइनल मैच में भी नहीं आ पाया | और फाइनल मैच के दिन आया और कोच के पास जाकर कहने लगा की मुझे फाइनल में खेलनेका मौका दीजिये |

कोच ने कहा बेटा मुझे दुःख है की में तुजे खेलने नहीं दूंगा , क्युकी आज फाइनल मैच है और टीम में तुमसे अच्छे खिलाडी मौजूद है | इस लिए में तुम्हे खेलनेकी इजाजत नहीं दूंगा | में स्कूल की इज्जत दाव पर नहीं लगाना चाहता |

लड़के ने फिर गिड़गिड़ाते हुवे कहा सर मुझे एक मौका दीजिये , में आपको वादा करता हु की में आपका विश्वास नहीं टूटने दूंगा , कृपया आप मुझे खेलने दीजिये | कोच ने इससे पहले लड़के को कभी गिड़गिड़ाते हुए नहीं देखा |

कोच ने कहा ठीक है बेटा , लेकिन याद रखना मेने ये निर्णय , अनपे फैसले के खिलाफ लिया है  , तेरी बिनति से में स्कूल की इज्जत दाव पर लगा रहा हु | ऐसा करना की मुझे शर्मिंदा ना होना पड़े , मेरी और स्कूल की इज्जत बच जाये |

फाइनल मैच का खेल शुरू हुआ और लड़केने एक तूफान की तरह खेल खेलना शुरू किया | उसके पास जब भी गेंद आयी तब तब उन्होंने गोल लगाया | और उस फ़ाइनल मैच का वो हीरो बन गया और फ़ाइनल मैच जित ली |

खेल ख़त्म होने के बाद कोच उस खिलाडी के पास गया और लडके से पूछा , की बेटा में इतना गलत कैसे हो शकता हु ? की मैंने तुम्हे ऐसे खेलते हुए पहले कभी नहीं देखा | ये कैसा चमत्कार है बेटा ? | तुम इतना अच्छा कैसे खेल गये ?

” लड़के ने जवाब दिया ” सर आज की मैच मेरे पिताजी देख रहे थे | कोच ने मूड कर उस जगह पर देखा जिस जगह पर पहले उसके पिताजी बैठा करते थे , लेकिन आज उस जगह पर कोई नहीं बैठा था | कोच ने लड़के से पूछा की आज तो तुम्हारे पिताजी कही नहीं दिख रहे है |

” लड़केने जवाब दिया ” सर आज तक मेने आपको यर नहीं बताया की मेरे पिताजी अंधे थे | लेकिन चार दिन पहले ही उसकी मृत्यु हुई | मृत्यु के बाद आज पहेली बार मेरे पिताजी आसमान से मेरी मैच देख रहे थे | ” कोच की आँखों में पानी आ गया और रोने लगे ”

बोध : दुनिया में किसी भी मनुस्य को छोटा नहीं समझना चाहिए |

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